ऋषि महाजन/नूरपुर। कहते हैं कि अपना पुराना घर कोई छोड़ना नहीं चाहता, क्योंकि उसमें जीवन की असंख्य यादें जुड़ी होती हैं। मगर नूरपुर के वार्ड नंबर 9 में भारी त्रासदी ने उन यादों को भी मिट्टी में मिला दिया है।
यहां एक बार फिर जमीन खिसकने से पांच घर खतरे की जद में आ गए हैं और 25 से अधिक लोग दहशत के साए में जीने को मजबूर हैं। कभी मजबूत माने जाने वाले इन घरों की नींव आज दरकती धरती के सामने बेबस खड़ी हैं। हालात बिगड़ते देख परिवारों को फिलहाल सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है।
पूर्व विधायक एवं कांग्रेस नेता अजय महाजन मौके पर पहुंचे और प्रभावित परिवारों से मिले। आंखों में आंसू और चेहरे पर चिंता साफ झलक रही थी।
महाजन ने ढांढस बंधाते हुए कहा कि पीड़ितों की व्यथा को अनसुना नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने मौके से ही उपायुक्त कांगड़ा और अधिकारियों से बात कर तत्काल राहत व मुआवजा देने की मांग की।
महाजन ने बताया कि यह इलाका पहले से ही स्लाइडिंग जोन घोषित है। बीते वर्षों में यहां 17 घर धरती की खामोश तबाही का शिकार हो चुके हैं। हालिया बारिश ने पुराने घावों को और गहरा कर दिया है।
अब पांच और घर असुरक्षित घोषित हो गए हैं। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि प्रभावित परिवारों को स्थायी व सुरक्षित जमीन उपलब्ध करवाई जाए, ताकि उनका भविष्य सुरक्षित हो सके।
पीड़ित परिवारों का कहना है कि इन घरों की दीवारों में उनकी यादें और सपने बसे हैं, लेकिन मौत का साया मंडराता देख मजबूरी में उन्हें घर छोड़ना पड़ा है। उन्होंने सरकार से नई और सुरक्षित जगह की मांग की है। वहीं, कांग्रेस नेता योगेश महाजन और युवा नेता दीपक सोगा भी मौके पर मौजूद रहे और लोगों को सांत्वना दी।